रविवार, 18 जनवरी 2009

मां बाप बहु और बेटे: कुछ विचार

माँ शब्द कितना प्रभावशाली है बच्चा जब अपने माँ कि गोद मे आता है तो सबसे ज्यादा शकुन महसूस करता है , उसके रोते चेहरे पर एक हँसी आ जाती है।
पर वही बच्चा बड़ा होकर अपने मम्मी पापा कि इज़्ज़त तो दूर कि बात है घर के एक कोने मे भी उन्हे रखने को तैयार नही होता है।
वृद्धाश्रम नाम सुना है इस नाम के सुनने से पूरा शरीर कांप उठता है ।
वो बच्चा बड़ा होकर उन्हे वहीं भेज देता है या अपने पास रखने को तैयार नही होता।
माँ और पापा शब्द बोलने ओर सुनने मे कितना अच्छा लगता है जैसे किसी भगवान का नाम। जरुरत नही भगवान की पूजा ना करें, इनकी पूजा करे तो चारों धाम मिल जायें।
वो अपने बच्चों को सारा समय देते है, खाने पीने से लेकर हर छोटी चीजों का ध्यान रखते है। कब अपने बच्चों कि सेवा करते करते बूढे हो जाते है। पर आज उनके बच्चों के लिये उनके पास समय नही।
अपनी भागदौड़ भरी जिन्दगी मे ऐसे खो जाते है कि दुनिया की सबसे अनमोल चीज को भूल जाते है।
सप्ताह मे एक बार माँ अपने बेटे के फोन का इंतजार करती है पर बेटा कहता "मैं काम मे फ़स गया था ।" अब सोचों बेटा के पास ऐसा कौन सा जरुरी काम रहा होगा कि वो ५ मिनट अपने मम्मी पापा को फोन नही कर सकता और तो और वो कहता है " बार बार फोन करके हमे परेशान ना किया करो।" कभी सोचा है उन्हे कितना बुरा लगता होगा पर वो अपने बच्चों से इतना प्यार करते है कि उनके बातों का वो बिल्कुल भी बुरा नही मानते।
अगर शादी के बाद बेटे कि तबियत अचानक खराब हो जाए उसकी बीवी अच्छे से देखभाल कर दे,तो बीवी कहेगी कि देखो आपके माँ पापा को आपकी परवाह नही
लेकिन उस बेटे को क्या पता इसके पहले बेटे कि तबियत खराब मे कितने रात उसके घर वाले सोये नही। बेटॆ को लगता है उसके मम्मी पापा उसकी परवाह नही करते।
अब इन सब बातों को ध्यान मे रखते हुये बेटा कहता है आप लोग ने मेरे लिये क्या किया।
एक बार बहु को उसकी सास ने साड़ी दी ,जब भी बहु आती उसकी सास उसे कुछ ना कुछ देती लेकिन बहु को लगता है हमे भी कुछ ना कुछ देना पड़ेगा।
इसलिये सास का कुछ देना बहु को बुरा लगता है लेकिन उस बहु को कौन बताये कि माँ को अपने बच्चों के लिये करना बहुत अच्छा लगता है और वो हमेशा करेगी उन्हे कोई नही रोक सकता किसी के मना करने से वो नही मानने वालो।
छोटी छोटी बातें कहा नही होती पर इसका मतलब किसी को कोई वृद्धाश्रम छोड़ दे या घर के किसी कोने मे उनके लिये थोड़ा जगह नही दे सकते।
अरे वो लोग इतना भी नही समझते कि आज जो कुछ वो है उनकी बदौलत है।
निंद अपनी भुला कर सुलाया हमको,
आंसू अपने गिराकर हंसाया हमको ।
दर्द कभी ना देना उस ख़ुदा कि तस्वीर को
ख़ुदा भी कहते है,माँ बाप जिनको।

5 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

बिल्कुल सही कह रही हो. पर किस किस को समझाओगी. चलो, जहाँ तक भी बात पहुँच जाये.

बढ़िया लिखा है. शुभकामनाऐं.

daanish ने कहा…

khuda se duaa hai k jo paigaam aap
pahunchaana chaahti hain, wo sb tk zroor aur jaldi sakaaratmak roop mei pahunche...aameen !!
---MUFLIS---

Science Bloggers Association ने कहा…

सही कहा आपने। पर ये बातें उनको नहीं समझाई जा सकतीं, जो समझना ही नहीं चाहते।

Harshvardhan ने कहा…

nice post

Unknown ने कहा…

Bahut hi sunder lekhan bahut sunder jivan ki hakikat....Bahut khhob... likhte rahiye