विधी -सबसे पहले चावल आटा मे नमक डाल कर रोटी के आटे जैसे गुथ लें।उसे ५ मिनट के लीये रख दे। आटे की छोटी लोई बना कर छोटा छोटा लम्बा हाथ से चित्र मे दिखाये अनुसार बनाये। एक थाली मे तेल लगा कर रख दे। एक चौड़े बर्तन मे थोड़ा पानी डाले, इसी बर्तन मे एक कटोरी उल्टी रख दे। कटोरी के उपर फ़रा वाला प्लेट रखें। ध्यान दे कि पानी से प्लेट डूब ना जाये। अब बर्तन को आंच पर रख दे। बर्तन को ढंक कर फरा को भाप मे पकने दें। ढोकले की तरह इसे भपाने दें।
१० मिनट बाद फरा को चाकु लगा कर देखें कि वह चिपक तो नही रहा। यदि चिपक रहा तो थोडी देर ओर पकाये। अब तड़्के के लिये कढाई मे १ छोटा चम्मच तेल डालें। तेल गर्म होने के बाद जीरा और लाल खड़ी लाल खडी मिर्च से तड़का दे। इसमे फरा डालके हल्का सा सेकें।
आपका फ़रा तैयार है। अब उसे टमाटर लाल मिर्च की चटनी के साथ परोसें। बतायें कि फ़रा कैसा लगा?
7 टिप्पणियां:
वाह!सुबह-सुबह फ़रा!मज़ा आ गया। अमरीका से भी छत्तीसग़ढी व्यंजनो का स्वाद लोगो को बताने के लिये आभार्।
वाह भाई, मुंह में पानी आ गया.
बहुत दिनों बाद फरा की याद दिला दी तुमने..अब तुम्हीं बना कर खिलाना.. :)
वाह! अब मैं सही हूँ या गलत, पता नहीं लेकिन मैं तो इसे फर्रा ही पुकारता था.
हमारे घर में जीरे के स्थान पर राई का प्रयोग किया जाता है. इसका स्वाद भी कुछ हट के है.
मैंने इस के बारे में पहली बार पढ़ा... बना के जरुर देखूंगी शुक्रिया
ये तो कुछ कुछ मोमोज जैसा लग रहा है..
फरा के लिये धन्यवाद, आपके पोस्ट की याद रवि भईया नें दिलाई, यहां हमने भी फरा बनाया देखें
http://aarambha.blogspot.com/2010/09/blog-post_05.html
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